माते ! तुम सचमुच महान हो ... अन्याय, अत्याचार का सर्वनाश किया ! तेरा ऋण हम चुका ना पायें, गौरवगान... माते ! तुम सचमुच महान हो ... अन्याय, अत्याचार का सर्वनाश किया ! तेरा ऋण हम चुक...
मेरे जीवन के मजबूत आधारस्तम्भ, उनके बिना निरर्थक है ये जीवन। मेरे जीवन के मजबूत आधारस्तम्भ, उनके बिना निरर्थक है ये जीवन।
स्तंभ वो दरक गया जाने आयी वो कैसी तूफानी रात थी ! स्तंभ वो दरक गया जाने आयी वो कैसी तूफानी रात थी !
विरह में जो बरसे उन अनगिनित अश्कों का विरह में जो बरसे उन अनगिनित अश्कों का
पर अन्त में शुद्धता ही मेरा आधार मैं नदी हूँ, मैं कुछ प्रेम सी हूँ ! पर अन्त में शुद्धता ही मेरा आधार मैं नदी हूँ, मैं कुछ प्रेम सी हूँ !
यही है हमारे जीने का आधार सही जो बीज डालोगे तो सही ही पेड़ पाओगें यही है हमारे जीने का आधार सही जो बीज डालोगे तो सही ही पेड़ पाओगें